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इधर से देखें तो अपना #मकान लगता है
इक और ज़ाविए से #आसमान लगता है
जो तुम हो पास तो कहता है कि मुझ को चीर के फेंक
वो ही दिल जो वक़्त-ए-दुआ बे-ज़बान लगता है
#बज़्म #हिंदी_शब्द #स्थापना_दिवस #मोदीजी_नक्सलियों_को_साफ_करो @kacchiKalam @secret___soul @FemaleVishwas @shayari https://t.co/NksJJZU3Ow
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Source by Devanand Prakash