दोहा -तारकेश्वरी सुधि-दोहा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tarkeshwari Sudhi part 1

दोहा -तारकेश्वरी सुधि-दोहा -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tarkeshwari Sudhi part 1 कॉन्वेंट में जा रहा, जिनके घर का फूल । लड़की उनकी जा रही, सरकारी स्कूल।।   गर्मी से बेबस हुए, धरती के हालात। पेड़ काट खुद पर किया, मानव ने आघात।।   चलो बेटियो ध्यान से, कदम-कदम पर गिद्ध। तुम …

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दोहा -तारकेश्वरी सुधि-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tarkeshwari Sudhi part 2

दोहा -तारकेश्वरी सुधि-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tarkeshwari Sudhi part 2 सपने सारे छीन कर, भूख बनाती हीन। पढ़ने-लिखने की उमर,गुजरे कचरा बीन ।। देखे थे मैंने जहाँ,बड़े-बड़े से खेत। वहाँ बनी अट्टालिका, फसल बची न रेत ।। बना चुकी है बेटियाँ, शिक्षा को हथियार । कदम थमेंगे अब नहीं ,नहीं रहेंगी …

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