पहाड़ों से कूच कर जाने को जी चाहता है-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha
पहाड़ों से कूच कर जाने को जी चाहता है-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha पहाड़ों से कूच कर जाने को जी चाहता है, ऐसी तन्हाई में मर जाने को जी चाहता है! हूँ घर से कई कोस दूर मालूम है मुझको, शाम होती है तो घरजाने को जी …