पहाड़ों से कूच कर जाने को जी चाहता है-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

पहाड़ों से कूच कर जाने को जी चाहता है-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha पहाड़ों से कूच कर जाने को जी चाहता है, ऐसी तन्हाई में मर जाने को जी चाहता है! हूँ घर से कई कोस दूर मालूम है मुझको, शाम होती है तो घरजाने को जी …

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 हुकूमते-तीरगी ना आई ना आयेगी-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

हुकूमते-तीरगी ना आई ना आयेगी-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha हुकूमते-तीरगी ना आई ना आयेगी, कफ़स में रौशनी ना आई ना आयेगी! ये कोई गुलशने-हुबाब नहीं जो फंसे, जाल में तजल्ली ना आई ना आयेगी! मैंने जो फूँक डाले थे तिरे सारे ख़त, फिर याद तिरी ना आई …

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इन रिन्दों की खुशफहमी को हवा दे दे-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

इन रिन्दों की खुशफहमी को हवा दे दे-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha इन रिन्दों की खुशफहमी को हवा दे दे, इन्हें चाहे शराब न दे मगर शीशा दे दे। हमे आदत है तेरी निग़ाहों से पीने की, सब शराबियों को उठाके मैख़ाना दे दे! गर तुझसे मुहब्बत …

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जिंदगी को गर बसर करना है-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

जिंदगी को गर बसर करना है-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha जिंदगी को गर बसर करना है, तो खुद पे इक नज़र करना है ! बदल दीजिए निज़ाम ए चमन, गर पैदा कोई दीदावर करना है! पहले जानने हैं शऊरे-शायरी, फिर खुदको सुख़नवर करना है! खुशबख्ती यूँ है …

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मुझे उससे कोई भी गिला ना था-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

मुझे उससे कोई भी गिला ना था-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha मुझे उससे कोई भी गिला ना था, वो मेरे साथ कुछ दूर चला तो था! आँखे बिछाये बैठा हूँ दरवाजे पर, उसने आने के लिए कहा तो था! वो मुझसे पहले पहुँचा मंज़िल पर, हाँ थोडा …

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बादशाह ओ औलिया को ढूंढता हूँ मैं-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

बादशाह ओ औलिया को ढूंढता हूँ मैं-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha बादशाह ओ औलिया को ढूंढता हूँ मैं, हकपरस्त ए हुक़ुमरां को ढूंढता हूँ मैं! दयारे-नसीम-ऐ-कानून हर सू चले, ऐसी ही चमन ए फ़िज़ा ढूंढता हूँ मैं! वकारे-सू-ए-दारे-अहले-सिपाही, औरंगज़ेब अबके ऐसा ढूंढता हूँ मैं! जबीं सज्दे में …

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अश्आर-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

अश्आर-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha   मैदाने-हश्र को भूल गए हम मशरूफ होकर, इस जिंदगी को मशरूफियत में ना गुज़ारो! अब अपने कदमो पे भी यकीन ना रहा मुझे, उतरा हूँ सीढ़ियों से तो दीवार का सहारा लेकर! मिरी दास्ताने-महब्बत इतनी भी तवील नहीं, आगाज़ उसकी नज़र …

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तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha

तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha मुझे उससे कोई भी गिला ना था-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha अश्आर-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Tariq Azeem Tanha बादशाह ओ औलिया को ढूंढता हूँ मैं-तारिक़ अज़ीम तनहा-Hindi Poetry-हिंदी …

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