कविता -सेनापति -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Senapati Part 3
कविता -सेनापति -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Senapati Part 3 फूलन सों बाल की, बनाई गुही बेनी लाल फूलन सों बाल की, बनाई गुही बेनी लाल, भाल दीनी बेंदी, मृगमद की असित है । अंग-अंग भूषन, बनाइ ब्रभूषण जू, बीरी निज करते, खवाई अति हित है । ह्वै कै रस बस जब, दीबे कौं महावर …