रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish

रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 1 कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 2 कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 3 टप्पे- योगेश छिब्बर ‘आनन्द’ -Hindi …

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कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 1

कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 1 सियासी सिक्के बेकार हो जाते हैं सियासी सिक्के बेकार हो जाते हैं, हम जो हर बार खुद्दार हो जाते हैं होते हैं बेआबरू हर रोज़ वह बेअदब, हम जो मिलते ही अदबदार हो जाते हैं मिल जाते हैं सस्ते खरीदने को जज़्बात, …

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कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 2

कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 2 इन्तेहा ख़ैर कि मेरे सर तेरे ख़यालों का बसर होता है इन्तेहा ख़ैर कि मेरे सर तेरे ख़यालों का बसर होता है वरना तेरा साथ होना कहाँ किसीको मयस्सर होता है न पहले, न बाद, न रात, न सहर सुकूँ मुख़्तसर होता …

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कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 3

कविता-रजनीश्वर चौहान ‘रजनीश’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rajnishwar Chauhan Rajnish Part 3 जान, जान लगे सो कुछ यूँ किया करती है नींद जान, जान लगे सो कुछ यूँ किया करती है नींद आँखों को नमी, जिगर को खूँ दिया करती है नींद ख़्वाब मनचाहा आए तो खुशमिज़ाजी दिया करती है, गर न आए तो …

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