के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu अहसास-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu भ्रूणहत्या-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu नशा-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu वक्त का पहिया-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi …

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अहसास-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

अहसास-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   अँधेरे का छोर चाँद का डूबता चेहरा चन्द सितारों की गिनती सब कुछ तो था वहाँ खुशबू के भींगेपन ने सरोबार कर दिया था हमें तुम्हें याद हैं….? आज कौन सी तारीख है मैं कही थी तुमसे तुम्हारे जेहन में नम आँखों …

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भ्रूणहत्या-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

भ्रूणहत्या-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   एक स्त्री जिसकी कोख में पल रही कल की रोशनी चाँदनी रात सी चमकती रमणीय आँखों वाली मृगनयनी उसकी हत्या की गयी खून की धार नदी बन गयी और स्त्री की परछाईं अपशगुन बन गयी उसी पर जबरन उसकी सौत बियाह कर …

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नशा-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

नशा-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   तुम कहते हो नशा मत करो मदिरा नशीला है उस नशे से एक दिन तुम्हारी मौत हो सकती है हम कहते हैं नशा उस हर चीज में है जो हर वक्त लाखों की जान गँवाई है और तुमने तो बस उसकी ही …

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वक्त का पहिया-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

वक्त का पहिया-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   एक दिन जो रात में बदली मैं तो बस उसके रंग को समझी उस काले सफेद रंगों के बीच की हर कड़ी मेरे वक्त और जिंदगी कों यूँ ही बदल दी राहों में जिस मोड़ पर घूमती रही वक्त के …

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विज्ञान और आज की बेटियाँ-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

विज्ञान और आज की बेटियाँ-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   तकनीकी और विज्ञान की दुनियाँ ने हमें इस कदर आगे बढ़ाया कि मेरा कल जो आया मेरे देश की बेटियाँ ही सुलाया अब तलक जिसकी रौनक से प्रकाश था छाया कल वहीं घना अंधकार लेकर आया उसका हत्यारा …

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वेदना-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

वेदना-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   दीन हीन मलीन स्त्री के वेदना की गहराई के आँकड़े पर विचार किया है कभी तुमने समाज में अछूत होने के दर्जे को अपने ऊपर लगे रंगो की कालिख को स्त्री झेलती रही उसकी प्रताड़ना सदियों से जिस पर्दे के पीछे ढ़की …

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मुबारक हो-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

मुबारक हो-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   तोड़ लाती वो फूल जो बचपन में आपने देखा था मगर वो फूल नहीं दर्पण में उसकी परछायी आपने देखा था सच नहीं था वह कल्पना थी आपकी आधी रात में एक सपना थी आपकी मै और मेरी अधूरी कहानी आपकी …

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चिट्ठी आयी थी-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

चिट्ठी आयी थी-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   एक दिन चाँदनी रात की श्वेत चमक निहार रही थी और बैठी बैठी सोच रही थी कोई पेंसिल से पन्ने पर खींच देता एक लकीर और पास आकर कहता देखो ये है तुम्हारी तस्वीर वह हकीकत किसी जन्नत से कम …

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पुरूषों के रंग-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu

पुरूषों के रंग-के.एम. रेनू-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita K. M. Renu   पुरूष पहले माँ के शब्दों में हीरा बनकर जनम लेता है उनकी खबर दूर तक इतनी तेजी से पहुँचती है जितनी तेजी से हवा भी नहीं चलती गीत गाये जाते हैं शोहर होती है हीरा वह कुछ दिन में बेटा …

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