ग़ज़ल -साहिर लुधियानवी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sahir Ludhianvi Part 4
ग़ज़ल -साहिर लुधियानवी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sahir Ludhianvi Part 4 अक़ाएद वहम हैं मज़हब ख़याल-ए-ख़ाम है साक़ी अक़ाएद वहम हैं मज़हब ख़याल-ए-ख़ाम है साक़ी अज़ल से ज़ेहन-ए-इंसाँ बस्ता-ए-औहाम है साक़ी हक़ीक़त-आश्नाई अस्ल में गुम-कर्दा राही है उरूस-ए-आगही परवुर्दा-ए-इब्हाम है साक़ी मुबारक हो ज़ईफ़ी को ख़िरद की फ़लसफ़ा-रानी जवानी बे-नियाज़-ए-इबरत-ए-अंजाम है साक़ी हवस होगी …