सुब्रह्मण्य भारती -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Subramania Bharati Part 1

सुब्रह्मण्य भारती -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Subramania Bharati Part 1 जय भारत कभी बुद्धिमत्ता से अपनी जीते थे शत देश महान विजित बहादुर उन देशों के करते थे तेरा जय-गान कभी धीरता गरिमा और शौर्य भी धर्म निज खो बैठी हो फिर भी धर्म अटल जननी जय हो, तेरी सदैव जय हो॥१॥ रचना हुई …

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सुब्रह्मण्य भारती -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Subramania Bharati Part 2

सुब्रह्मण्य भारती -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Subramania Bharati Part 2 भारत सर्वोत्कृष्ट देश है भारत स्वोत्कृष्ट देश है। निखिल विश्व में, अपना सर्वोत्कृष्ट देश है। भारत सर्वोत्कृष्ट देश है। भक्ति, विराग, प्रचंड ज्ञान में, स्व-गौरव में, अन्न-दान में अमृतवर्षक काव्य गान में भारत सर्वोत्कृष्ट देश है॥1॥ धैर्यशक्ति में, सैन्य शक्ति में परोपकार, उदार भाव …

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