तल्खियाँ -साहिर लुधियानवी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sahir Ludhianvi Part 4
तल्खियाँ -साहिर लुधियानवी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sahir Ludhianvi Part 4 रद्दे-अमल चन्द कलियाँ निशात की चुनकर मुद्दतों महवे-यास रहता हूँ तेरा मिलना ख़ुशी की बात सही तुझ से मिलकर उदास रहता हूँ एक मंज़र उफक के दरीचे से किरणों ने झांका फ़ज़ा तन गई, रास्ते मुस्कुराये सिमटने लगी नर्म कुहरे की चादर जवां …