वसंत को आने दो-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu  

कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu वसंत को आने दो न रोको मैन के तारों को बावरे मन को गाने दो आज फिर चटकी हैं कलियाँ आज वसंत को आने दो।। आज फिर हर्षित मन जागा भ्रमर फूल की ओर फिर भागा नई खुशी में नए रंग में मन को फिर …

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सरस्वती वंदना-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu  

कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu सरस्वती वंदना भाल हो ऊँचा सदा और श्रीचरणों में स्थान दो वाग वागेश्वरी देवी, बस इतना सा वरदान दो।। मातृभूमि सबल रहे, देशभक्ति प्रबल रहे शब्दों में श्रृंखला रहे, प्यार भी पला रहे कर्म का आदर रहे और लेखनी को मान दो हे श्वेत वस्त्राभृता …

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होली (१)-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

होली (१)-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu इस बार नही कपोलें फूटी न मौसम में रंगोली है जाने कैसा फागुन आया है जाने कैसी होली है ओ पलाश! क्यों रंग फीका है? क्या शहर तुझे नही भाया क्या इसी लिए मंजरी से मिलने मकरंद अभी तक नही आया? क्या धूल, धुँए, …

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यादें-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

यादें-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu जाने कितनी शामें गुज़री जाने कितनी रात ढली ढलती किरणों के संग सपने किसको ढूंढे गली-गली सन्नाटों ने दस्तक दी है किन कदमों की आहट है कौन है वो जो मुझतक आया दिल को कितनी राहत है।। घर का चौखट, वो चौबारे वो आंगन, वो …

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वो बोल रहा है-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

वो बोल रहा है-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu वो बोल रहा है, वो बोल रहा है सबके मन की सुनता है वो सबकी नब्ज़ टटोल रहा है। वो बोल रहा है, वो बोल रहा है।। दिल की बातें कैसे सुन ली भेद दिलों के खोल रहा है। वो बोल रहा …

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होली (२)-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

होली (२)-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu जूही, गेंदा, गुलाब, चमेली बागों में रंगोली है ढोलक की थापों पर गाती सब मस्तों की टोली है गालों पर है हाय की लाली मस्तक पर रंगोली है चलो आज गुलाल उड़ायें बुरा न मानो होली है गिरगिट से सौ रंग बदलते झूठी कसमें …

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बिखरे सपने-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

बिखरे सपने-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu ख़्वाब टूटा है, घर उजड़ा है तुम कहते, बस रात हुई है दिल की बस्ती सूख रही है तुम कहते बरसात हुई है फूक फूक कर पग धरते हो दिल की ख़ाक उड़ाओ तो पीले पत्तों के मौसम में एक फूल खिलाओ तो जाने …

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कोई ऐसा कहाँ-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

कोई ऐसा कहाँ-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu जो नग्मों को तहरीर दी, मुझमें है वो बात कहाँ बड़ी कहानी गढ़ने की, मुझमें है औकात कहाँ हाँ, जो अंधेरों को चीर, वो नन्हा सा दिया हूँ मैं जो मुझको अँधियारा कर दे, ऐसी कोई रात कहाँ।। सन्नाटे जब पहन के घुँघरू, …

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चलो प्यार कर लें-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

चलो प्यार कर लें-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu वो किधर है? वो कहाँ है? वो इधर है वो यहाँ है वो एक बूंद है जो बदलि बन के छाई है एक कतरा है जो लहरों में समाई है वो छलकती है कभी जाम बनकर छा जाती है रूमानी शाम बनकर …

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चलो इज़हार कर लें-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu 

चलो इज़हार कर लें-कविता -स्वागता बसु -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Swagata Basu दिन ये कैसा ढला-ढला है पिघल रहा है मोम बनकर आंसुओं में धूल धूल सा बेकरार है, मचल रहा है इस शाम को अपनी झोली में भर लें चलो आज एक इज़हार कर लें। वो कौन बैठा है झाड़ियों में दुबक – …

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