कविता-सीताकांत महापात्र -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sitakant Mahapatra Part 2
कविता-सीताकांत महापात्र -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Sitakant Mahapatra Part 2 घासफूल वे जिद्द पर अड़ गए निश्चित ही यह झूठी कहानी यह खबर प्रकाशित नहीं हुई किसी भी अखबार में कैसे घट सकती है ऐसी अघट्य घटना ? फूल कभी खिल सकते हैं बिन सभा, तालियों की गड़गड़ाहट, उदघाटन पत्रकार-सम्मेलन और संवाद-संबोधन के …