शब्द राग कालिंगड़ा  -संत दादू दयाल जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Dadu Dayal Ji

शब्द राग कालिंगड़ा  -संत दादू दयाल जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Dadu Dayal Ji (गायन समय प्रभात 3 से 6), 1 रंग ताल वाल्हा हूँ ताहरी तूं म्हारो नाथ, तुम सौं पहली प्रीतड़ी, पूरबलो साथ।टेक। वाल्हा मैं तूं म्हारो ओलेखियो रे, राखिस तूं नैं हृदा मंझारि। हूँ पामू पीव आपणों रे, …

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