दीप का संदेश-सत्यनारायण सिंह -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Satyanarayan Singh
दीप का संदेश-सत्यनारायण सिंह -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Satyanarayan Singh दीप का संदेश है यह प्रीत का अनुदेश है यह दीपमाला अनगिनत हों टिमटिमाता दीप न हो हो प्रखर ज्योती निराली यों मनाएँ हम दीवाली दीप हम ऐसे जगाएँ स्वप्न सोये जाग जाएँ द्वेष तम मिट जाए जग से इस धरा पर प्रेम सरसे