ज़िन्दगी ने जो दिया-रिशु प्रिया -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rishu Priya
ज़िन्दगी ने जो दिया-रिशु प्रिया -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Rishu Priya इस तरह आइना गर्दिश की नज़र करते रहे… ज़िन्दगी ने जो दिया हँस के गुज़र करते रहे। हर शजर देता रहा धोखा हमें इक छाँव का… और हम सहराओं का तपता सफ़र करते रहे।