षष्ठ सर्ग -मन्दाक्रान्ता छन्द- प्रिय प्रवास (महाकाव्य) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’,-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh,

षष्ठ सर्ग -मन्दाक्रान्ता छन्द- प्रिय प्रवास (महाकाव्य) अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’,-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh, धीरे-धीरे दिन गत हुआ पद्मिनीनाथ डूबे। दोषा आई फिर गत हुई दूसरा वार आया। यों ही बीतीं विपुल घड़ियाँ औ कई वार बीते। कोई आया न मधुपुर से औ न गोपाल आये॥1॥ ज्यों-ज्यों …

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