श्रीकृष्ण वचन-उद्धव संदेश-सूर सुखसागर -भक्त सूरदास जी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Bhakt Surdas Ji

श्रीकृष्ण वचन-उद्धव संदेश-सूर सुखसागर -भक्त सूरदास जी -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Bhakt Surdas Ji सुनि ऊधौ मोहिं नैकू न बिसरत वै ब्रजवासी लोग । तुम उनकौ कछु भली न कीन्ही, निसि दिनदियौ वियोग ॥ जउ वसुदेव-देवकी मथुरा, सकल राज-सुख भोग । तदपि मनहिं बसत बंसी बट, बन जमुना संजोग ॥ वै उत रहत प्रेम …

Read more