कविता -श्याम सिंह बिष्ट -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Singh Bisht Part 9
कविता -श्याम सिंह बिष्ट -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Singh Bisht Part 9 थकना कैसा, रुकना कैसा थकना कैसा, रुकना कैसा जब पथ भरा हो शूल से रोके जब ये हवाए तुम्हारा पथ मन हर्दय जब तुम्हारा हो जाये ब्याकुल कदम होने लगे जब तुम्हारे पथ विपरीत सुनाई देने लगे जब तुम्हें यहाँ चीखना, …