प्रथम सर्ग-जय हनुमान– श्यामनारायण पाण्डेय -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Narayan Pandey Part
प्रथम सर्ग-जय हनुमान– श्यामनारायण पाण्डेय -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Shyam Narayan Pandey Part राम रमापति के चरणों की रज का शिर पर तिलक लगा श्रद्धा से भरकर पर डर डर राम–भक्त को रहा जगा उठो केसरीनन्दन तुम अपने प्रबन्ध में भाव भरो लिखूँ तुम्हारी कार्य दक्षता मुझमें ऐसा चाव भरो लिया तुम्हारा नाम …