एक रहगुज़र पर-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz
एक रहगुज़र पर-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz वो जिसकी दीद में लाखों मसर्रतें पिन्हाँ वो हुस्न जिसकी तमन्ना में जन्नतें पिन्हाँ हज़ार फित्ने तहे-पा-ए-नाज़ ख़ाकनशीं हर एक निगाह ख़मारे-शबाब से रंगीं शबाब, जिससे तख़य्युल पे बिजलियाँ बरसें विक़ार जिसकी रक़ाबत को शोख़ियाँ तरसें अदा-ए-लग़्ज़िशे-पा पर क़यामतें …