गिलहरी का बच्चा-कविता पशु पक्षियों पर-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

गिलहरी का बच्चा-कविता पशु पक्षियों पर-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi लिये फिरता है, यूं तो हर बशर बच्चा गिलहरी का। हर एक उस्ताद के रहता है, घर बच्चा गिलहरी का। व लेकिन है हमारा इस क़दर बच्चा गिलहरी का। दिखा दें हम किसी लड़के को, गर बच्चा गिलहरी का। …

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बुढ़ापे की तअल्लियाँ-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

बुढ़ापे की तअल्लियाँ-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi जो नौजवां हैं उनके दिल में गुमान क्या है। जो हम में कस है उनमें ताबो तुबान क्या है। बूढ़ा अधेड़ अमका ढमका फलान क्या है। हमसे जो हो मुक़ाबिल पट्ठे में जान क्या है। अब भी हमारे आगे …

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जवानी के मज़े-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

जवानी के मज़े-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi क्या ऐश की रखती है सब आहंग जवानी। करती है बहारों के तई दंग जवानी॥ हर आन पिलाती है मै और बंग जवानी। करती है कहीं सुलह कहीं जंग जवानी॥ इस ढब के मजे़ रखती है और ढंग जवानी। …

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