जवानी के मज़े-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi
जवानी के मज़े-मनुष्य जीवन के रंग-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi क्या ऐश की रखती है सब आहंग जवानी। करती है बहारों के तई दंग जवानी॥ हर आन पिलाती है मै और बंग जवानी। करती है कहीं सुलह कहीं जंग जवानी॥ इस ढब के मजे़ रखती है और ढंग जवानी। …