शैतान का पतन-आत्मा की आँखें -रामधारी सिंह ‘दिनकर’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Ramdhari Singh Dinkar
शैतान का पतन-आत्मा की आँखें -रामधारी सिंह ‘दिनकर’ -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Ramdhari Singh Dinkar जानते हो कि शैतान का पतन क्यों हुआ? इसलिए कि भगवान जरा ज्यादा ऊँचा उठ गये थे । इसी से शैतान का दिमाग फिरा । दुनिया का सन्तुलन ठीक रखने के लिए बेचारा नीचे नरक में गिरा- भगवान को …