शायरी संग्रह-4-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

शायरी संग्रह-4-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh ======================== अब वो साथ नही,वो बात नही। वो खुश रहे ,अपनी कुछ बात नही।। दिल है दुखता, किसे सुनाये। उनके वादो मे ,वो बात नही।। वो बदले फितरत है उनकी, हम क्यो बदले दिन रात नही। कर लो सित्तम अब पत्थर है …

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शायरी संग्रह-3-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

शायरी संग्रह-3-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh ===================== महफिल हमेशा सजी है मेरी, पर एक आग है सीने में जो न दिखे तू पर बेशक दिल में है मेरी, पर कुछ बाते चुभती है मन मे। लाख चाहत हो पर वादे का पक्का हू, समुद्र की तरह हर राज …

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शायरी संग्रह-2-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

शायरी संग्रह-2-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh ================= एक दिन का वो रूबरू, एहसास काम कर गया। जो देते थे तेरी सुंदरता मे मिसाल, उन्हें गुलाम कर गया।। वो तेरा पहली बार हंसकर मिलना, खंजर की तरह दिल को पार कर गया ।। ================= दुश्वारी न मिले तो जो, …

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शायरी संग्रह-1-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh

शायरी संग्रह-1-शायरी -दीपक सिंह-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Deepak Singh =================== वो नाव ही क्या, जो मंझधार पार न कर दे। वो तीर ही क्या, जो शिकार न कर दे।। वो काम ही क्या, जो आसमान में तान न भर दे। वो प्रेम ही क्या, जो मदहोशी का गुलाम न कर दे।। …

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