कौड़ी-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi
कौड़ी-सूफ़ियाना कलाम -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi कौड़ी है जिनके पास वह अहले-यकीन हैं। खाने को उनके नेमतें, सो बेहतरीन हैं॥ कपड़े भी उनके तन में, निहायत महीन हैं। समझें हैं उनको वह जो बड़े नुक्ता चीन हैं॥ कौड़ी के सब जहान में, नक़्शों नगीन हैं। कौड़ी न हो …