ऐलान-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

ऐलान-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh फांसी पे वीरों का चढ़ना, कुछ और ही रंग लाएगा । इस तरह मरने से हिन्द पे गम का बादल छाएगा । हकूमते बरतानिया ! अब जुल्म की हद हो चुकी, ऐलां ! तेरा जुल्म अब हम से सहा नहीं जाएगा । प्यारे भगत सिंह वीर को …

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फांसी के शहीद-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

फांसी के शहीद-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh ये आह भगत सिंह की खाली ना जाएगी, फांसी है शेरे-नर की कुछ रंग लाएगी । शिकवा नहीं है गवर्नमेंट से, तकदीर हमारी, देखेंगे किस्मत कब तक यह पलटा ना खाएगी । भाई बहन को उसने दिलासा दिया था खूब, हम आजादी पर मिटते हैं …

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 खून के छींटे-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

खून के छींटे-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh ये छींटे खून की उस दामन-ए-कातिल कहानी है, शहीदान-ए-वतन की कुछ निशानी देखते जाओ । अभी लाखों ही बैठे बुझाने प्यास अपनी, खत्म हो जाएगा खंजर का पानी, देखते जाओ । अरे साहब जिवह करने से क्यों मुंह फेर लेते हो, मेरी गर्दन पे खंजर …

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 तीन शहीद-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

तीन शहीद-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh सुखदेव, भगत सिंह, राजगुरु, ये तीनों देश दुलारे हैं, फांसी पै लटक कर जान जो दी, जी-जान से हम को प्यारे हैं । यह मौत नहीं, यह जीवन है, यह मरना नहीं, यह जीना है, नामूसे-वतन पे शहीद हुए, नामूसे-वतन को प्यारे हैं । वह अपनी …

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जल्लाद से-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

जल्लाद से-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh लगा कर फांसी ही क्या मान होगा, रहे याद, तू भी सदा परेशान होगा । अगर जान मांगी तो क्या तुमने मांगा, मेरी जान से तुझ को नुकसान होगा । लगा ले तू फांसी करो शाद दिल निज, यह तेरे ही रोने का सामान होगा । …

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प्यारा भगत सिंह-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

प्यारा भगत सिंह-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh हुआ देश का तू दुलारा, भगत सिंह । झुके सर तेरे आगे हमारा, भगत सिंह । नौजवानों के हेतु हुए आप गांधी, रहे राष्ट्र के एक गुवारा, भगत सिंह । किया काम बेशक है हिंसा का तुम ने, यही दोष है इक तुम्हारा, भगत सिंह …

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मर्दाना भगत सिंह-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

मर्दाना भगत सिंह-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh सरताज नौजवानों का मर्दाना भगत सिंह । आजादी का दीवाना था मर्दाना भगत सिंह । होती भी मीटिंग असेंबली में जिस दम फेंका बम, बम केस में पकड़ा गया मस्ताना भगत सिंह । राजगुरु सुखदेव दोनों मित्रों को लेकर साथ, फांसी चढ़ स्वर्ग सिधारा मस्ताना …

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खून का आंसू-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

खून का आंसू-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh सुखदेव, भगत सिंह, राजगुरु, आजादी के दीवाने थे, हंस-हंस के झूले फांसी पर भारत मां के मस्ताने थे । वह मेरे नहीं हैं जिन्दा हैं, वह अमर शहीद कहाएंगे, वह प्यारे वतन पै निसार हुए, वह वीरों में मरदाने थे । यह मरजी उस मालिक …

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भगत सिंह की याद-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

भगत सिंह की याद-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh करुणामय मां की छाती पर किया बंधु को आह हलाल, बधिक खड़ा है देखा कैसा रंगे हुए दोनों कर लाल। मां रोती है, मैं रोता हूं, जगती का रोता हर रोम, खिल खिल हंसता क्रूर कसाई, प्रतिध्वनित होता है व्योम। मुंह आंखों से फिरता …

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भगत सिंह-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh 

भगत सिंह-शहीद भगत सिंह-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem|Kavita Shaheed Bhagat Singh मोख तेईस मार्च थी था इकतीस का साल, मिले इन्हें फांसी सुजन किया गया बदहाल। था ठीक शाम का सात बजा, फन्दा था भगत सिंह के डाला, और झूला फांसी का झूला, सरदार भगत सिंह मतवाला। मरने से पहले विदा ली, हमदम, हमराहों से उसने, “डाऊन …

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