शहर अकबराबाद (आगरा की तारीफ़)-कविता-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

शहर अकबराबाद (आगरा की तारीफ़)-कविता-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi शहरे सुखु़न में अब जो मिला हैं मुझे मकां। क्यूं कर न अपने शहर की खूबी करूं बयां। देखी है आगरे में बहुत हमने खूबियां। हर वक़्त इसमें शाद रहे हैं जहाँ तहाँ। रखियो इलाही इसको तू आबाद जाबिदां॥1॥ हर …

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