यास-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz

यास-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz बरबते-दिल के तार टूट गये हैं ज़मीं-बोस राहतों के महल मिट गये किस्साहा-ए-फ़िक्रो अमल बज़मे-हसती के जाम फूट गये छिन गया कैफ़े-कौसरो-तसनीम ज़हमते-गिरीया-ओ-बुका बे-सूद शिकवा-ए-बख़ते-नारसा बे-सूद हो चुका ख़त्म रहमतों का नुजूल बन्द है मुद्दतों से बाबे-कुबूल बे-नियाज़े-दुआ है रब्बे-करीम बुझ …

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