शब्द राग सिन्दूरा -संत दादू दयाल जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Dadu Dayal Ji
शब्द राग सिन्दूरा -संत दादू दयाल जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Dadu Dayal Ji (गायन समय रात्रि 12 से 3), 1 झपताल हंस सरोवर तहाँ रमैं, सूभर हरि जल नीर। प्राणी आप पखालिए, निर्मल सदा हो शरीर।टेक। मुक्ताहल मन मानिया, चुगे हंस सुजान। मधय निरन्तर झूलिए, मधुर विमल रस पान।1। भ्रमर …