शब्द राग अडाणा -संत दादू दयाल जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Dadu Dayal Ji
शब्द राग अडाणा -संत दादू दयाल जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Dadu Dayal Ji (गायन समय रात्रि 12 से 3), 1 त्रिताल भाई रे ऐसा सद्गुरु कहिए, भक्ति मुक्ति फल लहिए।टेक। अविचल अमर अविनाशी, अठ सिधि नव निधि दासी।1। ऐसा सद्गुरु राया, चार पदारथ पाया।2। अमी महा रस माता, अमर अभय …