शहर अकबराबाद (आगरा की तारीफ़)-कविता-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

शहर अकबराबाद (आगरा की तारीफ़)-कविता-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi शहरे सुखु़न में अब जो मिला हैं मुझे मकां। क्यूं कर न अपने शहर की खूबी करूं बयां। देखी है आगरे में बहुत हमने खूबियां। हर वक़्त इसमें शाद रहे हैं जहाँ तहाँ। रखियो इलाही इसको तू आबाद जाबिदां॥1॥ हर …

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हिना (मेंहदी)-नारी श्रृंगार-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

हिना (मेंहदी)-नारी श्रृंगार-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi कुछ दिल फ़रेब हाथ वह कुछ दिल रुवा हिना। लगती है उस परी की अ़जब खु़शनुमा हिना॥ देखे हैं जब से दिल ने हिनाबस्ता उसके हाथ। रातों को चौंक पड़ता है कह कर हिना हिना॥ है सुर्ख़ यां तलक कि जो छल्दे …

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ख़ुदा की तारीफ़- कविता (धार्मिक)-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi 

ख़ुदा की तारीफ़- कविता (धार्मिक)-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi ख़ुदा की ज़ात है वह जुलजलाल वल इकराम। कि जिससे होते हैं परवर्दा सब ख़वासो अवाम। उसी ने अर्ज़ो समावात को दिया है निज़ाम। उसी की जात को है दायमो सबातो क़याम॥ क़दीर वहदो करीमो मुहीमिनो अनआम॥1॥ फ़लक पै तारों …

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