शंखध्वनि-प्राणेन्द्र नाथ मिश्र -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Pranendra Nath Misra
शंखध्वनि-प्राणेन्द्र नाथ मिश्र -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Pranendra Nath Misra ईशान कोण से शंखध्वनि जब गुंजित कानों में होती, तब लगता, कोई बुलाता है जाने क्यों आंख ये नम होती? उच्चारित चंडी पाठ हो जब हर दिशा को पावन कर देता तब लगता, मन की पीड़ा को अनजाना कोई, हर …