वो ख़याल-ए-मुहाल किस का था-गुमाँ-ग़ज़लें-जौन एलिया -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Jaun Elia
वो ख़याल-ए-मुहाल किस का था-गुमाँ-ग़ज़लें-जौन एलिया -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Jaun Elia वो ख़याल-ए-मुहाल किस का था आइना बे-मिसाल किस का था सफ़री अपने आप से था मैं हिज्र किस का विसाल किस का था मैं तो ख़ुद में कहीं न था मौजूद मेरे लब पर सवाल किस का था थी …