वीरों का दिल से अभिनन्दन-प्रहरी : अनिल मिश्र प्रहरी (Anil Mishra Prahari)| Hindi Poem | Hindi Kavita,
वीरों का दिल से अभिनन्दन-प्रहरी : अनिल मिश्र प्रहरी (Anil Mishra Prahari)| Hindi Poem | Hindi Kavita, सीमा पर डटकर खड़े हुए, दो नयन शत्रु पर गड़े हुए, हाथों में अस्त्र सुशोभित है, उर से भय आज तिरोहित है। जन-गण-मन करते हैं वन्दन, वीरों का दिल से अभिनन्दन। उत्साह हृदय में भरा हुआ, पग अंगारों …