विवेचना-कविता-करन कोविंद -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Karan Kovind
विवेचना-कविता-करन कोविंद -Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Karan Kovind क्या मनोहर दृश्य क्या सुन्दर जीवन जीवन मे घुली प्यास और मेरा यौवन उसमे एक तंत्र जलपोत और ये मन प्रवाहन ही प्रवाहन तल नही बस जल न तल न कल एक सहारा मेरा अन्तर्मन मै मेरा मन और मेरा तन एक परिपक्य …