इक गीत देश-छड्ड के जान वाल्यां लई-पंजाबी कविता -फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Faiz Ahmed Faiz
इक गीत देश-छड्ड के जान वाल्यां लई-पंजाबी कविता -फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Faiz Ahmed Faiz “वतने दियां ठंडियां छाईं ओ यार टिक रहु थाईं ओ यार” रोज़ी देवेगा सांईं ओ यार टिक रहु थाईं ओ यार हीर नूं छड्ड टुर ग्युं रंझेटे खेड़्यां दे घर पै गए हासे पिंड विच कढ्ढी टौहर …