सुरेश चन्द -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Suresh Chand Part 2
सुरेश चन्द -Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Suresh Chand Part 2 हम उन्हें अच्छे नहीं लगते इस शस्य श्यामला भारत भूमि की हर चीज उन्हें अच्छी लगती है नदी, झरने, ताल-तलैया, सब कुछ…. पीले-पीले सरसों हों या बौर से लदी अमरायी या फिर हमारे खून पसीने से लहलहाती फसल सब कुछ उन्हें बहुत भाती है …