कविता-माखनलाल चतुर्वेदी-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Makahanlal Chaturvedi Poetry Part 2

कविता-माखनलाल चतुर्वेदी-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Makahanlal Chaturvedi Poetry Part 2 गंगा की विदाई 1. शिखर शिखारियों मेंमे मत रोको, उसकी दौड़ लखो मत टोको, लौटे, यह न सधेगा, रुकना, दौड़, प्रकट होना, फिर छुपना, अगम नगाधिराज, जाने दो, बिटिया अब ससुराल चली | 2. तुम ऊंचे उठते हो रह रह यह नीचे को दौड़ …

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कविता-माखनलाल चतुर्वेदी-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Makahanlal Chaturvedi Poetry Part 1

कविता-माखनलाल चतुर्वेदी-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Makahanlal Chaturvedi Poetry  Part 1  पुष्प की अभिलाषा चाह नहीं, मैं सुरबाला के गहनों में गूँथा जाऊँ, चाह नहीं प्रेमी-माला में बिंध प्यारी को ललचाऊँ, चाह नहीं सम्राटों के शव पर हे हरि डाला जाऊँ, चाह नहीं देवों के सिर पर चढूँ भाग्य पर इठलाऊँ, मुझे तोड़ लेना बनमाली, …

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