रुबाइयाँ-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi part 2

रुबाइयाँ-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi part 2 याद आती हैं जब हमें वो पहली चाहें याद आती हैं जब हमें वो पहली चाहें अफ़सोस करे है दिल में क्या क्या राहें थे शोर जो क़हक़ह के सो उन के बदले अब शोर मचा रही हैं जी में आहें रखती …

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रुबाइयाँ-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi part 1

रुबाइयाँ-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi part 1 आईना जो हाथ उस के ने ता-देर लिया आईना जो हाथ उस के ने ता-देर लिया इस देर से ख़जलत ने हमें घेर लिया जब हम ने कहा क्या यही आशिक़ है मियाँ ये सुनते ही आईने से मुँह फेर लिया उस …

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