रात का जागना-प्रेमपुष्पोपहार-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh,

रात का जागना-प्रेमपुष्पोपहार-अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh, जी भरा है, आँखें हैं कडुआ रही। सिर में है कुछ धामक नींद है आ रही। उचित नहीं है बहुत रात तक जागना। देह टूटकर है यह हमें बता रही।1। सुर बाजों में मीठापन है कम नहीं। जहाँ …

Read more