ख़मसा-1-कविता-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi

ख़मसा-1-कविता-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi एक नुक्ता और सुनो यारो जो कौल बचन के साँचे हैं। यह रम्ज उन्होंने खोली है ये हर्फ उन्होंने बाँचे हैं। क्या आदम चीटीं बैल शुतुर क्या हाथी घोड़े लाँचे हैं। क्या हूर मलिक के काबिल हैं क्या जिन्नोपरी के साँचे हैं। हर सूरत …

Read more

श्रीकृष्ण व नरसी मेहता-कविता श्री कृष्ण पर -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi 

श्रीकृष्ण व नरसी मेहता-कविता श्री कृष्ण पर -नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi दुनियां के शहरों में मियां, जिस जिस जगह बाज़ार हैं। किस किस तरह के हैं हुनर, किस किस तरह के कार हैं॥ कितने इसी बाज़ार में, ज़र के ही पेशेवार हैं। बैठें हैं कर कर कोठियां, ज़र …

Read more