तीन मंज़र-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz

तीन मंज़र-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz तसव्वुर शोख़ियां मुज़तर निगाहे-दीदा-ए-सरशार में इशरतें ख्वाबीदा रंगे-ग़ाजा-ए-रुख़सार में सुरख़ होठों पर तबस्सुम की ज़ियाएं, जिस तरह यासमन के फूल डूबे हों मये-गुलनार में सामना छनती हुयी नज़रों से जज़बात की दुनियाएं बेख्वाबीयां, अफ़साने, महताब, तमन्नाएं कुछ उलझी हुयी बातें, …

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