एक मंज़र-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz
एक मंज़र-नक़्शे फ़रियादी-फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz बाम-ओ-दर ख़ामशी के बोझ से चूर आसमानों से जू-ए-दर्द रवां चांद का दुख-भरा फ़साना-ए-नूर शाहराहों की ख़ाक में गलतां ख्वाबगाहों में नीम-तारीकी मुज़महल लय रुबाबे-हस्ती को हल्के-हल्के सुरों में नौहा कुनां