मुरली की तान-कमनीय कामना-अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh,

 मुरली की तान-कमनीय कामना-अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh, कहलाते हैं हिंदू-बालक, बनते हैं हिंदू-कुल-काल; हैं भारत-ललना से लालित, किंतु हैं न भारत के लाल। रोम-रोम है देश-प्रेममय, रखते हैं न जाति से प्यार; राजनीति के अनुपम नेता, पर कुनीति के हैं अवतार। हैं कल-हंस, चाल बक …

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