हम्द (ईश्वर-वन्दना)- कविता (धार्मिक)-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi
हम्द (ईश्वर-वन्दना)- कविता (धार्मिक)-नज़ीर अकबराबादी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Nazeer Akbarabadi इलाही तू फ़य्याज़ और करीम इलाही तू ग़फ़्फ़ार है और रहीम मुकद्दस, मुअल्ला, मुनज़्ज़ा, अज़ीम न तेरा शरीक और न तेरा सहीम तेरी ज़ाते-बाला है सबसे क़दीम तेरे हुस्ने-कुदरत ने या किर्दगार ! किये हैं जहां में वो नक़्शो-निगार पहुंचती नहीं …