मुग्धा पंचपद -पवित्र पर्व -अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh,
मुग्धा पंचपद -पवित्र पर्व -अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’’-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Ayodhya Singh Upadhyay Hariaudh, कौन था वह था किसका लाल, क्यों गया मुझ पर जादू डाल? भाल पर था कुंकुम का तिलक, कपोलों पर विथुरी थी अलक, न पड़ती मुख अवलोके पलक, छगूनी थी तन-छवि की छलक, गले में विलसित थी …