मिरे हमदम, मिरे दोस्त-दस्ते सबा -फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz
मिरे हमदम, मिरे दोस्त-दस्ते सबा -फ़ैज़ अहमद फ़ैज़-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Faiz Ahmed Faiz गर मुझे इसका यकीं हो, मिरे हमदम, मिरे दोस्त गर मुझे इसका यकीं हो कि तेरे दिल की थकन तेरी आंखों की उदासी, तेरे सीने की जलन मेरी दिलजोई, मिरे प्यार से मिट जायेगी गर मिरा हरफ़े-तसल्ली …