मिटने वालों को वफ़ा का यह सबक याद रहे-ग़ज़लें-बृज नारायण चकबस्त-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Brij Narayan Chakbast
मिटने वालों को वफ़ा का यह सबक याद रहे-ग़ज़लें-बृज नारायण चकबस्त-Hindi Poetry-कविता-Hindi Poem | Kavita Brij Narayan Chakbast मिटने वालों को वफ़ा का यह सबक याद रहे, बेड़ियां पांवों में हों और दिल आज़ाद रहे। एक साग़र भी इनायत न हुआ याद रहे, साक़िया जाते हैं, महफ़िल तेरी आबाद रहे। आप का हम से हुया …