मलै न लाछै पार मलो परमलीओ बैठो री आई-गूजरी स्री नामदेव जी के पदे ੴ सतिगुर प्रसादि-शब्द (गुरू ग्रंथ साहिब) -संत नामदेव जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Namdev Ji

मलै न लाछै पार मलो परमलीओ बैठो री आई-गूजरी स्री नामदेव जी के पदे ੴ सतिगुर प्रसादि-शब्द (गुरू ग्रंथ साहिब) -संत नामदेव जी-Hindi Poetry-हिंदी कविता -Hindi Poem | Hindi Kavita Sant Namdev Ji मलै न लाछै पार मलो परमलीओ बैठो री आई ॥ आवत किनै न पेखिओ कवनै जाणै री बाई ॥1॥ कउणु कहै किणि …

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रे चित चेतसि की न दयाल दमोदर बिबहि न जानसि कोई शब्द ,भक्त धन्ना जी, Hindi Poetry,हिंदी कविता ,Hindi Poem , Hindi Kavita, Bhakt Dhanna Ji,

रे चित चेतसि की न दयाल दमोदर बिबहि न जानसि कोई शब्द ,भक्त धन्ना जी, Hindi Poetry,हिंदी कविता ,Hindi Poem , Hindi Kavita, Bhakt Dhanna Ji, रे चित चेतसि की न दयाल दमोदर बिबहि न जानसि कोई ॥ जे धावहि ब्रहमंड खंड कउ करता करै सु होई ॥१॥ रहाउ ॥ जननी केरे उदर उदक महि …

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