मानना कभी न हार।-राही चल : अनिल मिश्र प्रहरी (Anil Mishra Prahari)| Hindi Poem | Hindi Kavita,
मानना कभी न हार।-राही चल : अनिल मिश्र प्रहरी (Anil Mishra Prahari)| Hindi Poem | Hindi Kavita, वक्त राह रोक दे या असीम शोक दे, रुद्ध जो बहे पवन शत्रु दे असह जलन। पंथ दे कलुष अपार मानना कभी न हार। आँधियों में पर गया नीड़ भी बिखर गया, बाग बदहवास हो कली- कली …