माता-पिता-अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’

माता-पिता-अयोध्यासिंह उपाध्याय ‘हरिऔध’ उसके ऐसा है नहीं अपनापन में आन। पिता आपही अवनि में हैं अपना उपमान।1। मिले न खोजे भी कहीं खोजा सकल जहान। माता सी ममतामयी पाता पिता समान।2। जो न पालता पिता क्यों पलना सकता पाल। माता के लालन बिना लाल न बनते लाल।3। कौन बरसता खेह पर निशि दिन मेंह-सनेह। बिना …

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